भाजपा को 75 पार नहीं हरियाणा से बाहर करेगी प्रदेश की जनता – दिग्विजय चौटाला
सत्यखबर झज्जर (कुमार सन्नी) – हरियाणा के कृषि मंत्री ओपी धनखड़ पर तंज कसते हुए दिग्विजय चौटाला ने कहा है कि पिछले विस चुनाव में धनखड़ को मोदी की फोटो लगाकर दांव लग गया था,लेकिन इस बार बादली की जनता उन्हें अच्छी तरह से सबक सिखा देगी। दिग्विजय बुधवार को गांव सिलाना में इनसो के एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आए थे। हिसार में 5 अगस्त को मनाए जाने वाले इनसो के स्थापना दिवस के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं के रूबरू होने आए दिग्विजय चौटाला कृषि मंत्री ओपी धनखड़ के उस बयान का जवाब दे रहे थे जिसमें धनखड़ ने एक कार्यक्रम के दौरान देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौ. चरण सिंह व पूर्व उप-प्रधान मंत्री स्वर्गीय चौ. देवीलाल को लेकर टिप्पणी की थी कि किसानों के लिए किसी ने कुछ किया है तो वह है ओमप्रकाश धनखड़।
कृषि मंत्री के इस बयान पर बोलते हुए दिग्विजय ने करारा जवाब देते हुए कहा कि देश की जनता जानती है कि किसान हित में चौ. देवीलाल ने क्या-क्या किया। उन्होंने कहा कि धनखड़ का ये बयान स्वयंभू जैसा है। दिग्विजय यही नही रूके कृषि मंत्री को घुंघुरू बांधकर नाचने वाला नेता बताते हुए कहा कि कौन जानता है ओमप्रकाश धनखड को। तीन हजार वोट आती थी, मोदी का फोटा लगाकार दाव लग गया, लेकिन जनता अबकि बार आईना दिखा देगी। जिसके बाद मंत्री जी के पास बस घुंघुरू बांधने वाला काम रह जाएगा। कृषि मंत्री धनखड के बाद दिग्विजय ने सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर को भी प्रदेश का सबसे बडा बदमाश बताया। अदालती आदेश पर कैबिनेट मंत्री मनीष ग्रोवर व रमेश लोहार के खिलाफ दर्ज हुए मामले पर बोलते हुए दिग्विजय चौटाला ने कहा कि मंत्री जी की बॉडी लैग्वेज से ही लगता है कि वह क्रमिनल है। निगम चुनावों में भी मनीष ग्रोवर ने पब्लिक मीटिंग में लाठी, बंदूक व गोलियों की बात की थी।
उन्होंने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा घमंड के घोड़े पर सवार है। घमंड का मैल जब कान में जमता है तो वह मन तक नहीं पहुंच पाता। ऐसा अब प्रदेश की भाजपा सरकार के साथ हो रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा को जनता विस चुनाव में 75 पार नहीं बल्कि हरियाणा से बाहर का रास्ता दिखाएगी। दिग्विजय चौटाला ने करण दलाल के महागठबध्ंान के बयान पर भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हर किसी को आजादी है कोई कुछ भी बोल सकता है। हम महागठबंधन के पक्षधर है, लेकिन उसमे सामाजिक व साफ छवि के नेता शामिल हो।